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Research Aptitude MCQ for UGC NET JRF Paper-1

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Q. 1- A researcher is expected to-

(1) Study the literature available in a field

(2) Discover new rules and principles

(3) Coordinate the ideas made by others

(4) Evaluate the discovery made by others

Q. 2- A feature of research

(1) Repetition

(2) Generalization

(3) Utility

(4) Objectivity

Q. 3- The Government of India conducts census after every 10 years. Which method is used in this method?

(1) Individual Studies

(2) Developmental

(3) Survey

(4) Experimental

Q. 4- The members of an organization of teachers of a subject gathered for review of their work and for future planning. This type of action is called

(1) Conference

(2) Seminar

(3) Workshop

(4) Dialogue

Q. 5- A researcher studied the census data of a particular area and did writing work based on it. Would call this work- 

(1) Research paper

(2) Articles

(3) Thesis

(4) Research report

Q. 6- The spirit of action research is-

(1) Longitudinal research 

(2) Applied research

(3) A research which has been started for the solution of some urgent problem

(4) Research done with socio-economic objective

Q. 7- Research is-

(1) To search again and again

(2) Find a solution to a problem

(3) Working to find the truth about a problem in a scientific manner

(4) None of the above

Q. 8- In a common test in research (investigation) priority is given to-

(1) Credibility

(2) To experiment

(3) Objectivity

(4) All of these

Q. 9- Which of the following is the first step in starting the research process?

(1) Finding sources of information to determine the problem

(2) Survey of related literature

(3) Identifying the problem

(4) Find a solution to the problem

Q. 10- If a researcher does research with the intention that which managerial method will be more organizationally effective, then it will be an example of which research?

(1) Basic research

(2) Action Research

(3) Applied Research

(4) none of these

Q. 11- A canceled hypothesis is-

(1) When there is no difference between the two

(2) Be similar to the research hypothesis

(3) Be subjective in nature

(4) When there is a difference of opinion

Q. 12- What would be called the research, which discovers new facts through the study of the past?

(1) Philosophical research

(2) Historical research

(3) Mythic research

(4) Subject Analysis

Answers- Q. 1-(2), Q. 2-(1), Q. 3-(3), Q. 4-(4), Q. 5-(2), Q. 6-(3), Q. 7-(3),, Q. 8-(4),Q. 9- (3), Q. 10- (2), Q. 11- (3), Q. 12- (2) 

Continues- Research Aptitude MCQ

Teaching Aptitude MCQ 

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  शिक्षण एवं शोध अभियोग्यता Teaching Aptitude MCQ's with Answers Teaching Aptitude mcq for ugc net, Teaching Aptitude mcq for set exam, Teaching Aptitude mcq questions, Teaching Aptitude mcq in hindi, Teaching aptitude mcq for b.ed entrance Teaching Aptitude MCQ 1. निम्न में से कौन सा शिक्षण का मुख्य उद्देश्य है ? (1) पाठ्यक्रम के अनुसार सूचनायें प्रदान करना (2) छात्रों की चिन्तन शक्ति का विकास करना (3) छात्रों को टिप्पणियाँ लिखवाना (4) छात्रों को परीक्षा के लिए तैयार करना   2. निम्न में से कौन सी शिक्षण विधि अच्छी है ? (1) व्याख्यान एवं श्रुतिलेखन (2) संगोष्ठी एवं परियोजना (3) संगोष्ठी एवं श्रुतिलेखन (4) श्रुतिलेखन एवं दत्तकार्य   3. अध्यापक शिक्षण सामग्री का उपयोग करता है क्योंकि - (1) इससे शिक्षणकार्य रुचिकर बनता है (2) इससे शिक्षणकार्य छात्रों के बोध स्तर का बनता है (3) इससे छात्रों का ध्यान आकर्षित होता है (4) वह इसका उपयोग करना चाहता है   4. शिक्षण का प्रभावी होना किस ब...

योगवशिष्ठ ग्रन्थ का सामान्य परिचय

मुख्य विषय- 1. मनोदैहिक विकार, 2. मोक्ष के चार द्वारपाल, 3. ज्ञान की सप्तभूमि, 4. ध्यान के आठ अंग, 5. योग मार्ग के विघ्न, 6. शुक्रदेव जी की मोक्ष अवधारणा  1. योग वशिष्ठ के अनुसार मनोदैहिक विकार- मन के दूषित होने पर 'प्राणमय कोष' दूषित होता हैं, 'प्राणमय' के दूषित होने से 'अन्नमय कोष' अर्थात 'शरीर' दूषित होता है, इसे ही मनोदैहिक विकार कहते हैं:- मन -> प्राण -> अन्नमय (शरीर) योग वशिष्ठ के अनुसार आधि- व्याधि की अवधारणा- Concept of Adhis and Vyadhis आधि- अर्थात- मानसिक रोग > मनोदैहिक विकार > व्याधि- अर्थात- शारीरिक रोग आधि एवं व्याधि का संबंध पंचकोषों से है: आधि- (Adhis) 1. आनंदमय कोष:- इस कोष में स्वास्थ्य की कोई हानि नहीं होती इसमें वात, पित व कफ की समरूपता रहती है। 2. विज्ञानमय कोष:- इस कोष में कुछ दोषों की सूक्ष्म प्रक्रिया प्रारंभ होती है। इसमें अभी रोग नहीं बन पाते क्योंकि इसमें दोषों की प्रक्रिया ठीक दिशा में नहीं हो पाती। 3. मनोमय कोष:- इस कोष में वात, पित व कफ की असम स्थिति शुरू होती है यहीं पर 'आधि' की शुरुआत होती है। (आधि= मान...

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