Skip to main content

100 YOGA MCQ with Answers for UGC NET Download pdf

YOGA MCQ in Hindi with Answers 

Set-1

1. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : यौगिक विधियाँ अपनाकर रोगों का प्रबंधन योग चिकित्सा कहलाता है।
तर्क (R) : योग चिकित्सा निवारात्मक, उपचारात्मक और पुनर्वासात्मक है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।



2. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : ताड़ासन से बच्चों की लंबाई बढ़ती है।
तर्क (R) : ताड़ासन से पेशियों, अस्थिबंध और पूरे मेरूदण्ड में खिंचाव आता है जो लंबाई बढ़ाने में सहायक होता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्मलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

3.
नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : यौगिक अभ्यास का उत्तम समय ब्रह्ममुहूर्त है।
तर्क (R) : ब्रह्ममुहूर्त के समय वातावरण शुद्ध और शांत रहता है, तथा चेतना के स्तर पर मन पर कोई गहरी छाप नहीं होती।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नही है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

4. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : विद्या से अमरत्व प्राप्त होता है।
तर्क (R) :  तत्वज्ञान मोक्षप्राप्ति का साधन है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

5. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : योगाभ्यास के लिये मिताहार अनिवार्य है।
तर्क (R) : मधुर तथा स्निग्ध भोजन करना एवं एक चौथाई पेट को खाली रखना मिताहार की विशेषताएं हैं। 
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

6. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : अशुद्ध नाड़ियाँ उन्मनीभाव की अवस्था में व्यवधान हैं।
तर्क (R) : प्राणायाम के अभ्यास के पूर्व नाड़ीशोधन अनिवार्य है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

7. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : पीलिया में त्वचा और श्लेष्मल झिल्ली का रंग बिगड़क़र पीला हो जाता है।
तर्क (R) : पीलिया रोग सीरम बिलिरुबिन स्तर के बढ़ जाने के कारण होता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है। |
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

8. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : मनोविज्ञान में अवलोकन विधि व्यक्तित्व के मूल्यांकन की एक लोकप्रिय विधि है।
तर्क (R) :  अवलोकन में किसी व्यक्ति की व्यवहार अभिरचना का वास्तविक जीवन परिस्थितियों में अध्ययन किया जाता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

9. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : सात्विक आहार योगाभ्यासी के लिए उपयोगी है।
तर्क (R) : योगाभ्यासी को अम्लीय, लवणीय, बासी और अशुद्ध आहार का सेवन नहीं करना चाहिए।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

10. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : नौकासन मोटे व्यक्तियों के लिये लाभदायक है।
तर्क (R) : नौकासन से पेट दबता है, पाचन शक्ति बढ़ती है और पेट की वसा कम करने में सहायक होता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

11. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : प्रसंस्कृत मांस के सेवन से कैंसर होता है।
तर्क (R) : वैज्ञानिक अध्ययन से प्राप्त साक्ष्य के अनुसार प्रसंस्कृत मांस के सेवन और कोलोरेक्टल कैंसर होने के बीच सीधा संबंध है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है। |
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

12. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : ध्यान, तनाव जनित माइग्रेन दूर करने में सहायक होता है।
तर्क (R) : ध्यान के अभ्यास से कॉर्टिसोल के स्राव में कमी आती है, मन को विश्रान्ति होती है और इससे तनाव जनित माइग्रेन दूर होता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है। |
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

13. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) :  समुदाय एक बड़े शिक्षण साधन के रूप में कार्य करता है।
तर्क (R) : छात्रों को सामुदायिक विकास परियोजनाओं का अवलोकन करवा कर जीवंत तरीके से अनेक तथ्यों के बारे में शिक्षित किया जा सकता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है। |
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

14. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : धनुरासन हर्निया व्याधि में निषिद्ध है।
तर्क (R) : धनुरासन पीछे झुकने संबंधी आसन है, जिससे उदर की अग्रवर्ती दीवार पर दबाव में वृद्धि होती है, इसलिए यह आसन हर्निया में नुकसानदायक है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है। |
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

15. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : भगवद्गीता के अनुसार, सांख्य और योग दर्शन पद्धतियाँ दो सर्वाधिक प्राचीन पद्धतियां हैं।
तर्क (R) : सांख्य और योग पद्धतियां क्रमश: ज्ञान और कर्म के मार्ग हैं।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है। |
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

16. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) :  गुरु छात्रों के लिए शिक्षक से अधिक एक मार्गदर्शक होता है।
तर्क (R) : गुरु छात्रों में उन्हीं क्षमताओं के विकास का प्रयास करता है, जिन्हें वह स्वयं पहले अनुभव कर चुका है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

17. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : तनाव अपने आपमें एक लक्षण है, लेकिन व्याधि नहीं है।
तर्क (R) : हानिकारक बाह्य उद्दीपकों का तात्कालिक परिणाम तनाव की अवस्था के रूप में सामने आता है, जिससे विभिन्न व्याधियाँ उत्पन्न होती हैं।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

18. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : स्वस्थ जीवन शैली के लिए यौगिक आहार वाँछित है।
तर्क (R) : जीवन शैली का प्रबंधन योग के उद्देश्यों का अभिन्न अवयव है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

19. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) :  राजसिक आहार योगाभ्यासी के लिए लाभदायी नहीं होता है।
तर्क (R) : कटु, लवणीय और तीक्ष्ण आहार रजस्गुण में वृद्धि करता है, जो योग साधना में एक बाधक है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।  

20. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : कटु, तिक्त और कषाय रस प्रधान आहार वात प्रकृति के व्यक्तियों के लिए लाभदायी नहीं होता है।
तर्क (R) : कटु, तिक् और कषाय रस प्रधान आहार का अत्यधिक सेवन करने से वात दोष में वृद्धि होती है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है। 

21. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : प्राणायाम के गलत अभ्यास से विभिन्न व्याधियाँ उत्पन्न होती हैं।
तर्क (R) : प्राणायाम के गलत अभ्यास से वायु में व्यवधान उत्पन्न होता है, जिससे हिक्का, श्वास, कास, शिर:शूल, कर्ण शूल, नेत्र शूल और अन्य व्याधियाँ होती हैं।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

22. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) :  सिद्धासन 72,000 नाडियों की शुद्धि करता है।
तर्क (R) :  हठ प्रदीपिका के अनुसार, कुल 84 आसनों में से सिद्धासन सर्वश्रेष्ठ है, जो नाडियों की शुद्धि करता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है। 

23. नीचे दिये गये दो कथनों  में से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को तर्क (R) की संज्ञा दी गई है। नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
अभिकथन (A) : एक अच्छा शिक्षक हजार पुजारियों के बराबर होता है।
तर्क (R) :  शिक्षक विद्यार्थियों को अपने अंदर झांकने के लिए प्रेरित करता है।
उपरोक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(1) (A)
और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A)
और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A)
सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A)
गलत है, लेकिन (R) सही है।

24. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही विकल्प चुनें :

      सूची- i                 सूची- ii        
(a)
विटामिन A        (i) हडिडयों को मजबूत बनाता है
(b)
विटामिन D       (ii) हीमोग्लोबिन निर्माण हेतु अनिवार्य
(c)
विटामिन K       (iii) अच्छी दृष्टि के लिये आवश्यक
(d)
लौह तत्व           (iv) रक्‍त जमने के लिये अनिवार्य
कूट:
       (a)   (b)    (c)    (d)
(1)  (iv)   (iii)   (ii)    (i)
(2)   (i)    (ii)    (iii)  (iv)
(3)  (iii)    (i)    (iv)   (ii)
(4)  (iv)   (iii)   (i)     (ii) 

25. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही विकल्प चुनें :

        सूची- i                          सूची- ii        
(a)
नमस्कारासन           (i) ॐ रवये नमः
(b)
पादहस्तासन           (ii)  ॐ मित्राय नम:
(c)
हस्त- उत्तानासन     (iii) ॐ सूर्याय नमः
(d)
अश्वसंचालनासन     (iv) ॐ भानवे नमः
कूट:
       (a)   (b)    (c)    (d)
(1)  (iv)  (iii)   (ii)    (i)
(2)  (ii)   (iii)   (i)    (iv)
(3) (iv)    (i)    (ii)   (iii)
(4) (iv)   (iii)   (i)    (ii)

 

Answer- 1- (1), 2- (1), 3- (1), 4- (2), 5- (1), 6- (2), 7- (1), 8- (1), 9- (2), 10- (1), 11- (1), 12- (1), 13- (1), 14- (1), 15- (2), 16- (1), 17- (1), 18- (2), 19- (1), 20- (2), 21- (2), 22- (1), 23- (1), 24- (3), 25- (2)  

 

Set-2

 

1. अरेखित पेशियाँ पाई जाती हैं :
(a)
हृदय के अतिरिक्त सभी अनैच्छिक आंगों में
(b)
आँतों और यकृत में
(c)
हृदय में  
(d)
हाथ एवं पैर में
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (a)
और (b) सही हैं।  (2) (a) और (c) सही हैं।
(3) (b)
और (d) सही हैं।  (4) (b) और (c) सही हैं।

2. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही विकल्प चुनें :
       
सूची- i                 सूची- ii   
 (
मस्तिष्क तरंग)       (अवस्था    
(a)
अल्फा           (i) उच्चतम चेतना
(b)
बीटा             (ii)  उत्तेजित
(c)
थीटा             (iii) विश्रांत
(d)
डेल्टा            (iv) ध्यानमग्न
कूट:
       (a)    (b)    (c)    (d)
(1)  (iii)  (ii)    (iv)    (i)
(2)  (ii)   (iii)   (i)    (iv)
(3)  (iv)   (i)    (ii)   (iii)
(4)  (iv)   (iii)   (i)    (ii)

3. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही विकल्प चुनें :
       
सूची- i                 सूची- ii  
(a)
परीक्षण और त्रुटि अधिगम      (i) पावलोव
(b)
अनुकूलन द्वारा अधिगम       (ii)  कोहलर
(c)
अंतर्दृष्टि  द्वारा अधिगम       (iii) स्किनर
(d)
प्रभावकारी अनुकूलन             (iv) थोर्नडाइक
कूट:
       (a)    (b)    (c)    (d)
(1)  (iii)  (ii)    (iv)    (i)
(2)  (ii)   (iii)   (i)    (iv)
(3)  (iv)   (i)    (ii)   (iii)
(4)  (iv)   (iii)   (i)    (ii)

4.
घेरण्ड संहिता के अनुसार योगाभ्यासी के लिए कौनसे खाद्य पदार्थ वर्जित होने चाहिए ?
(a)
कूष्माण्ड
(b)
पटोल
(c)
लकुच  
(d)
कुलत्थ
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (b), (c)
और (d) सही हैं।  (2) (a), (b) और (c) सही हैं।
(3) (a), (c)
और (d) सही हैं।  (4) (a), (b) और (d) सही हैं।

5.
कपालभाति सामान्य रूप से किन व्याधियों में निषिद्ध है?
(a)
निम्न रक्तचाप
(b)
उच्च रक्तचाप
(c)
हर्निया
(d)
मोटापा
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (a)
और (d) सही हैं।  (2) (a) और (c) सही हैं।
(3) (b)
और (d) सही हैं।  (4) (b) और (c) सही हैं।

6.
शशांकासन किस रोग में निषिद्ध है?
(a)
वर्टिगो
(b)
स्लिप डिस्क
(c)
कब्ज
(d)
मधुमेह
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :  
(1) (b)
और (c) सही हैं।  (2) (a) और (b) सही हैं।
(3) (a)
और (c) सही हैं।  (4) (b) और (d) सही हैं।

7.
किसने व्यक्तित्व के मानवीय दृष्टिकोण को विकसित किया ?
(a)
कार्ल जुंग
(b)
अल्बर्ट बन्डुरा .
(c)
कार्ल रोजर्स
(d)
अब्राहम मैस्लो
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (a)
और (d) सही हैं।  (2) (b) और (c) सही हैं।
(3) (c)
और (d) सही हैं।  (4) (b) और (d) सही हैं।

8.
स्मृति के तीन चरण हैं :
(a)
पुनर्प्राप्ति
(b)
कूटबद्ध करना
(c)
पूर्वाभ्यास  
(d)
संग्रहण
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (c), (a)
और (d) सही हैं। (2) (a), (c) और (b) सही हैं।
(3) (b), (d)
और (a) सही हैं। (4) (b), (b) और (c) सही हैं।

9.
मुल्याभिमुखी शिक्षा से निम्नलिखित में से किनका निर्माण होता है?
(a)
सम्पन्न समाज
(b)
शांतिपूर्ण समाज
(c)
स्वस्थ समाज
(d)
राजनीतिक रूप से स्थिर समाज
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (a)
और (b) सही हैं।  (2) (b) और (c) सही हैं।
(3) (c)
और (d) सही हैं।  (4) (a) और (d) सही हैं।

10.
घेरण्ड संहिता के अनुसार कपालभाति के प्रकार हैं :
(a)
शीतक्रम
(b)
वातसार
(c)
वहि्नसार
(d)
व्युत्क्रम
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (a)
और (b) सही हैं। (2) (a) और (d) सही हैं।
(3) (b)
और (c) सही हैं। (4) (c) और (d) सही हैं।

11.
हठयोगप्रदीपिका के अनुसार महावेध मुद्रा दूर करती है :
(a)
झुर्रियाँ
(b)
अनिद्रा
(c)
बाल-पकना
(d)
कम्पन
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (c), (d)
और (b) सही हैं। (2) (b), (a) और (d) सही हैं।
(3) (c), (b)
और (a) सही हैं। (4) (a), (c) और (d) सही हैं।

12.
लिखित पाठ योजना के लाभ अधिकांशतया होते हैं :
(a)
शिक्षक के चिंतन को व्यवस्थित करने में
(b)
शिक्षक का आत्मविश्वास बढ़ाने में
(c)
छात्र की क्षमता समझने में
(d)
शिक्षण के लक्ष्यों को बनाए रखने में  
कूट के अनुसार सही संयोजन चुनें :
(1) (b), (c)
और (d) सही हैं। (2) (a), (c) और (d) सही हैं।
(3) (a), (b)
और (c) सही हैं। (4) (a), (b) और (d) सही हैं।

13. घेरण्ड संहिता के अनुसार (प्राणायाम के अभ्यास के दौरान) निम्नलिखित को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए :
(a)
मिताहार
(b)
स्थान
(c)
नाडी शोधन
(d)
काल
सही उत्तर के लिए निम्नलिखित कूट का उपयोग करें :
(1). (a), (b), (c), (d)          (2) (d), (b), (a), (c)
(3). (b), (d), (a), (c)          (4) (b), (a), (d), (c)

14.
निम्नलिखित सिद्धियों को उचित क्रम में व्यवस्थित करें :
(a)
वार्ता
(b)
श्रावण
(c)
आदर्श
(d)
आस्वाद
(e)
वेदना
सही उत्तर के लिए निम्नलिखित कूट का उपयोग करें :
(1). (a), (b), (c), (e), (d)          (2) (b), (e), (c), (d), (a)
(3). (b), (c), (d), (a), (e)          (4) (e), (c), (b), (d), (a)

15.
निम्नलिखित को उचित क्रम में व्यवस्थित करें :
(a)
विपर्यय
(b)
विकल्प
(c)
प्रमाण
(d)
स्मृति
(e)
निद्रा
सही उत्तर के लिए निम्नलिखित कूट का उपयोग करें :
(1). (c), (b), (a), (e), (d)          (2) (a), (b), (c), (d), (e)
(3). (c), (a), (b), (d), (e)          (4) (c), (a), (b), (e), (d) 

16. सिद्ध सिद्धांत पद्धति के अनुसार महावायु के गुणों को आनुक्रमिक क्रम में व्यवस्थित कीजिए :
(a)
शोषण
(b)
संचालन
(c)
धूम्र वर्ण
(d)
संचार
(e)
स्पर्श
सही उत्तर के लिए निम्नलिखित कूट का उपयोग करें :
(1). (b), (d), (e), (c), (a)          (2) (b), (e), (c), (d), (a)
(3). (d), (b), (e), (a), (c)          (4) (e), (c), (b), (d), (a)

17. 
सिद्ध सिद्धांत पद्धति के अनुसार वाणी (वाक्‌) के निम्नलिखित प्रकारों को उचित क्रम में व्यवस्थित कीजिए :
(a)
वैखरी
(b)
मध्यमा
(c)
परा
(d)
मातृका
(e)
पश्यन्ती
सही उत्तर के लिए निम्नलिखित कूट का उपयोग करें :
(1). (c), (b), (e), (a), (d)          (2) (c), (e), (b), (a), (d)
(3). (e), (c), (a), (d), (b)          (4) (a), (b), (c), (e), (d)

18.
निम्नलिखित कशेरुकाओं के समूहों को अवरोही क्रम में व्यवस्थित करें (शरीर में स्थिति के अनुसार) :  
(a)
सेक्रल कशेरुकाऐँ
(b)
लंबर कशेरुकाऐँ
(c)
सर्वाइकल कशेरुकाएँ
(d)
थोरैसिक कशेरुकाएँ
सही उत्तर के लिए निम्नलिखित कूट का उपयोग करें :
(1). (a), (b), (c), (d)          (2) (a), (c), (b), (d)
(3). (c), (d), (b), (a)          (4) (b), (c), (d), (a)

19.
भगवदगीता के अनुसार निम्नलिखित अवस्थाओं को उचित क्रम में व्यवस्थित करें :
(a)
आसक्ति
(b)
क्रोध
(c)
काम
(d)
सांसारिक विषयों के बारे में सोचना
सही उत्तर के लिए निम्नलिखित कूट का उपयोग करें :
(1). (b), (c), (d)
और (a)      (2) (d), (a), (c) और (b)
(3). (c), (b), (a)
और (d)      (4) (a), (d), (b) और (c)

20. सूची-i को सूची-ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
            
सूची-i                                    सूची-ii  
(a)
समत्वं योग उच्चते                    (i) गीता 2/50
(b)
योगश्चित्तवृत्तिनिरोध:             (ii) गीता 2/48
(c)
योग: कर्मसु कौशलम्‌                 (iii) गीता 6/23
(d)
दुःख संयोगवियोगंयोगसंज्ञितम्‌  (iv) योग सूत्र 1/2
कूट :
      (a)   (b)   (c)   (d)
(1) (i)   (ii)   (iii)  (iv)
(2) (iii)  (i)   (iv)   (ii)
(3) (ii)  (iv)   (i)   (iii)
(4) (iv)  (iii)  (ii)    (i)

21.
सूची-i को सूची-ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
     
सूची-i                  सूची-ii
     (
सिद्धांत )            ( दर्शन )
(a)
सत्कार्यवाद      (i) जैन दर्शन
(b)
विवर्तवाद        (ii) सांख्य दर्शन
(c)
स्याद्वाद        (iii) बौद्ध दर्शन
(d)
क्षण भंगवाद   (iv) वेदान्त दर्शन
कूट :
      (a)   (b)   (c)   (d)
(1) (i)   (iii)   (ii)   (iv)
(2) (iii)  (ii)   (iv)   (i)
(3) (ii)  (iv)   (i)   (iii)
(4) (iv)  (i)  (iii)    (ii)

22.
सूची-i को सूची-ii के साथ सुमेलित करें (माण्डूक्योपनिषद्के अनुसार ) और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
          
सूची-i               सूची-ii
(a)
जाग्रत अवस्था      (i) उकार
(b)
स्वप्न अवस्था      (ii) अमात्र
(c)
सुषुप्ति अवस्था    (iii) अकार
(d)
तुरीया अवस्था      (iv) मकार
कूट :
      (a)   (b)   (c)   (d)
(1) (i)   (ii)   (iv)   (iii)
(2) (iii)  (i)   (ii)   (iv)
(3) (iii)  (i)   (iv)   (ii)
(4) (ii)  (iii)  (iv)    (i)

23. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
         
सूची- i                 सूची- ii
         (
टीका )               ( लेखक )
(a)
तत्त्ववैशारदी     (i) रामानन्द यति
(b)
योगवार्तिक        (ii) वाचस्पति मिश्र
(c)
मणिप्रभा            (iii) सदाशिवेन्द्र सरस्वती
(d)
योग सुधाकर      (iv) विज्ञानभिक्षु
कूट:
     (a)   (b)   (c)   (d)
(1) (i)   (ii)   (iii)   (iv)
(2) (iii)  (i)   (iv)   (ii)
(3) (ii)  (iv)   (i)   (iii)
(4) (iv)  (iii)  (ii)    (i)

24.
सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
      
सूची- i                             सूची- ii
     (
अभ्यास )                     ( परिणाम )
(a)
अपर वैराग्य             (i) असम्प्रज्ञात समाधि  
(b)
क्रिया योग               (ii) कैवल्य
(c)
पर वैराग्य                (iii) क्लेशतनुकरण
(d)
असम्प्रज्ञात समाधि (iv) सम्प्रज्ञात समाधि
कूट:
     (a)   (b)   (c)   (d)
(1) (i)   (iii)   (ii)  (iv)
(2) (iii)  (ii)   (iv)  (i)
(3) (ii)  (iv)   (i)   (iii)
(4) (iv) (iii)   (i)    (ii)

25.
सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें (घेरण्ड संहिता के अनुसार) और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
           
सूची- i                        सूची- i
(a)
ध्यान योग समाधि       (i) खेचरी मुद्रा
(b)
नाद योग समाधि         (ii) योनि मुद्रा
(c)
रसानन्द योग समाधि  (iii) शाम्भवी मुद्रा
(d)
लयसिद्धि समाधि        (iv) भ्रामरी मुद्रा
कूट :
      (a)   (b)   (c)   (d)
(1) (i)   (iii)   (iv) (iii)
(2) (iii)  (ii)   (ii)  (iv)
(3) (iii)  (iv)  (i)    (ii)
(4) (ii)   (i)   (iv)    (i)

 

Answer- 1- (1), 2- (1), 3- (3), 4- (3), 5- (4), 6- (2), 7- (3), 8- (3), 9- (2), 10- (2), 11- (4), 12- (4), 13- (3), 14- (2), 15- (4), 16- (3), 17- (2), 18- (3), 19- (2), 20- (3), 21- (3), 22- (3), 23- (3), 24- (4), 25- (3)

 

Set-3

 

1. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
       सूची- i               सूची- ii
(a) एंडरसन   (i) बहु-बुद्धिलब्धता का सिद्धांत
(b) गार्डनर    (ii) बुद्धि का सिद्धांत
(c) स्ट्रेनबर्ग  (iv) बुद्धि का जैव-पारिस्थितिकीय सिद्धांत  
(d) सेसी        (v) बुद्धि का त़ितंत्रीय सिद्धांत
कूट:
       (a)    (b)    (c)    (d)
(1)  (ii)    (i)    (iv)   (iii)
(2)  (iv)   (ii)   (i)    (iii)
(3)  (iv)   (i)    (iii)   (ii)
(4)  (iii)   (iv)   (ii)   (i)

2. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
          सूची- i                  सूची- ii
(a) विटामिन बी 1        (i) पेलेग्रा
(b) विटामिन बी 2       (ii) बेरीबेरी
(c) विटामिन बी 12     (iii) एंगुलर स्टोमेटाइटिस
(d) विटामिन बी 3       (iv) मेगेलोब्लास्टिक एनीमिया
कूट:
       (a)    (b)    (c)    (d)
(1)  (i)    (iii)    (iv)    (ii)
(2)  (i)    (iv)    (iii)   (ii)
(3)  (ii)   (iii)    (i)     (iv)
(4)  (ii)   (iii)   (iv)    (i)

3. सूची- i को सूची- ii के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
       सूची- i                                   सूची- ii
(a) मोटापा                               (i) भुजंगासन
(b) सर्वाइकल स्पॉन्डिलॉसिस   (ii) त़ितलीआसन
(c) मधुमेह                              (iii) नौकासन
(d) गर्भावस्था                         (iv) अर्द्धमस्स्थेन्द्रासन
कूट:
      (a)    (b)    (c)    (d)
(1)  (iii)  (ii)    (iv)   (i)
(2)  (iii)  (i)    (iv)    (ii)
(3)  (i)    (iii)   (ii)    (iv)
(4)  (i)    (ii)    (iv)   (iii)

4. सूची -i को सूची -ii के साथ सुमेलित करें (हठ प्रदीपिका के अनुसार) और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
     सूची -i          सूची -ii  
(a) नेति        (i) तन्द्रारोग
(b) धौति      (ii) जत्रूर्ध्व रोग
(c) बस्ति     (iii) श्वास रोग
(d) त्राटक     (iv) गुल्म रोग
कूटः
       (a)    (b)    (c)    (d)
(1)  (i)    (iii)   (iv)    (ii)
(2)  (ii)   (iii)   (i)     (iv)
(3)  (i)    (ii)    (iv)   (iii)
(4)  (ii)   (iii)   (iv)    (i)

5. सूची -i को सूची -ii  के साथ सुमेलित करें और नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनें :
          सूची -i                           सूची -ii  
(a) व्याख्यान विधि               (i) कौशल
(b) समूह-चर्चा विधि             (ii) गृह कार्य
(c) प्रदर्शन विधि                  (iii) औपचारिक शिक्षण
(d) निर्देशित-अभ्यास विधि  (iv) समाधान
कूटः
       (a)    (b)    (c)    (d)
(1)  (ii)    (i)     (iv)  (iii)
(2)  (iv)   (iii)   (ii)    (i)
(3)  (iii)   (iv)   (i)    (ii)
(4)  (ii)    (iii)   (iv)   (i)

6. महर्षि पतंजलि के अनुसार प्राणायाम का निम्नलिखित में से कौनसा एक प्रकार नहीं है?
(1) बाह्यवृत्ति   (2) स्वतंभवृत्ति
(3) मनोवृत्ति    (4) आभ्यंतर वृत्ति

7. महर्षि पतंजलि के अनुसार, योग का छठा अंग कौनसा है?
(1) यम        (2) नियम       (3) धारणा    (4) ध्यान

8. महर्षि पतंजलि के अनुसार बाह्य विषयों के सम्पर्क से इन्द्रियों का निग्रह करने का अभ्यास कहलाता है :
(1) यम              (2) नियम
(3) प्राणायाम     (4) प्रत्याहार

9. महर्षि पतंजलि के अनुसार अपरिग्रह निम्नलिखित में से किसके अंतर्गत सम्मिलित है?
(1) नियम            (2) यम
(3) अंतरंग योग   (4) समाधि

10. महर्षि पतंजलि के अनुसार ज्ञान के प्रकाश पर पड़ा आवरण निम्नलिखित में से किसके द्वारा हटता है?
(1) प्राणायाम     (2) प्रत्याहार
(3) यम              (4) आसन

11. स्वात्माराम के अनुसार हठक्रियाओं में कौन-सी क्रिया श्रेष्ठ है?
(1) नेति  (2) नौलि  (3) बस्ति  (4) ब्राटक

12. डेन्ड्राइट तंत्रिका आबेगों को ले जाते हैं
(1) सेल बॉडी की ओर
(2) ऐक्सॉन की ओर
(3) ऐक्सॉन से दूर
(4) सेल बॉडी से दूर

13. हठप्रदीपिका के अनुसार, गुल्मरोग में कौन-सा आसन लाभकारी है ?
(1) धनुरासन
(2) मत्स्येन्द्रासन
(3) मयूरासन
(4) पश्चिमोत्तानासन

14. हठयोग प्रदीपिकानुसार निष्पत्ति अवस्था में वायु किस ग्रन्थि का भेदन करता है ?
(1) हृदयग्रन्थि
(2) रुद्रग्रन्धि
(3) ब्रह्मग्रन्थि
(4) विष्णुग्रन्थि

15. सभी सिनोवियल संधियाँ हैं  
(1) केवल सरकने वाली
(2) अचल
(3) सचल
(4) अल्पचल

16.  किस योगी ने वैदिक धर्म के पुनरुत्थान हेतु कार्य किया ?
(1) स्वामी राम
(2) महर्षि दयानन्द सरस्वती
(3) स्वामी विवेकानन्द
(4) महर्षि रमण

17. ईशोपनिषद्के अनुसार, साधक कब शोक मोह रहित हो जाता है ?  
(1) सब प्राणियों के प्रति आत्मभाव भावना से
(2) सब प्राणियों के प्रति दया भावना से
(3) सब मनुष्यों से प्रेम करने पर
(4) सब मनुष्यों के प्रति करुणा की भावना से

18. महर्षि पतंजलि के अनुसार, अन्तराय तथा विक्षेप सहभुव: को दूर करे का उपाय क्या है ?
(1) अभ्यास-वैराग्य
(2) एकतत्त्वाभ्यास
(3) प्राणायाम
(4) भावना चतुष्टय

19 निम्नलिखित ग्रन्थियों में से कौन-सी ग्रन्थि बहि:स्रावी और अंतःस्रावी ग्रन्थि दोनों के रूप में कार्य करती है ?
(1) थायरॉयड
(2) एड्रिल
(3) पैराथायरॉयड
(4) पैन्क्रियाज़  

20. ध्यान, तनाव को किस प्रक्रिया द्वारा घटाता है ?
(1) ऑक्सीजन का उपभोग बढ़ाकर
(2) हृदय गति बढ़ाकर
(3) मस्तिष्क से अल्फा तरंगों का प्रस्फुरण घटाकर
(4) अनुकम्पी तंत्रिकीय क्रिया को घटाकर

21. किस उपनिषद्में कहा गया है कि वेदान्तिक ज्ञान तथा शुद्ध अन्तःकरण वाले पुरुष अन्त में मुक्त हो जाते हैं
(1) मुण्डकोपनिषद्
(2) केनोपनिषद्
(3) कठोपनिषद्
(4) प्रश्नोपनिषद्

22. कुण्डलिनी, चक्र, नाड़ी आदि किस योग के साथ सम्बन्धित हैं ?
(1) कर्मयोग
(2) हठयोग
(3) राजयोग
(4) ज्ञानयोग

23. घेरण्ड संहिता के अनुसार, बलित पलित नाश किसके लाभ हैं ?
(1) खेचरी मुद्रा
(2) शक्तिचालिनी मुद्रा
(3) महामुद्रा
(4) मांडुकी मुद्रा

24. ”ध्यान निर्विषयं मनःका सम्बन्ध है
(1) योगसूत्र
(2) सांख्यसूत्र
(3) न्यायसूत्र
(4) ब्रह्मासूत्र 

25. थाइमस ग्रन्थि से स्रावित हॉर्मोन किन कोशिकाओं के प्रफलन एवं परिपक्वता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ?
1. टी सेल
2. डेल्टा सेल
3. बीटा सेल
4. अल्फा सेल

Answer- 1- (1), 2- (4), 3- (2), 4- (4), 5- (3), 6- (3), 7- (3), 8- (4), 9- (2), 10- (1), 11- (2), 12- (1), 13- (3), 14- (2), 15- (3), 16- (2), 17- (1), 18- (2), 19- (4), 20- (4), 21- (1), 22- (2), 23- (3), 24- (2), 25- (1)

 

Set-4

 

1. मानव रक् में प्लाज़्मा का प्रतिशत लगभग होता है  
1. 35%         2. 60%
3. 55%         4. 45%

2. पर जॉन मार्शल के अनुसार मोहनजोदड़ो में प्राप्त नरदेवता की मूर्ति है
1. त्रिमुखी
2. एकमुखी
3. चतुर्मखी
4. द्विमुखी

3. योगस्त्रानुसार क्लेश कर्म निवृत्ति का उपाय है
1. निर्विचारा समाधि
2. ऋतम्भरा प्रज्ञा
3. निर्वितर्का समाधि
4. धर्ममेघ समाधि

4. मानव शरीर में स्पाइनल तंत्रिकाओं की कुल संख्या होती है
1. 30 जोड़ी
2. 32 जोड़ी
3. 31 जोड़ी
4. 33 जोड़ी

5. अन्त:स्रावी ग्रन्थियों से होने वाले स्रावों को कहा जाता है
1. हॉर्मोन्स
2. एज्ज़ाइम्स
3. न्यूरोट्रांसमिटर्स
4. पेप्टाइड्स

6. ”सूर्याचन्द्रमसोयोंगो जीवात्मपरमात्मनो:” का वर्णन निम्नलिखित में है :
1. कैवल्योपनिषद्
2. मैत्रायण्युपनिषद्
3. योगशिखोपनिषद्
4. कठोपनिषद्

7. पतंजलि के अनुसारध्यानहेयास्तदवृत्तय:” का सम्बन्ध है
1. विकल्पवृत्ति नाश से
2. प्रमाणवृत्ति-नाश से
3. क्लेशवृत्ति नाश से
4. निद्रावृत्ति-नाश से

8. षट्सम्पत्ति का सम्बन्ध है
1. जैन दर्शन से
2. वेदान्त दर्शन से
3. योगसूत्र से
4. रामायण से

9. जल पंक से योगी के शरीर का संयोग किस कारण नहीं होता है ?
1. समान वायु पर जय से
2. उदान वायु पर जय से
3. प्राण वायु पर जय से
4. व्यान वायु पर जय से

10. शरीर मेंडिस्ट्रेसकिससे उत्पन्न नहीं हो सकता है?
1. दर्द से
2. सुखद विचार से
3. ट्यूमर से
4. उच्च रक्तचाप से

11. कपाल अस्थियाँ उदाहरण हैं-
1. चपटी अस्थियों के
2. छोटी अस्थियों के
3. लंबी अस्थियों के
4. टेढ़ी मेढ़ी अस्थियों के

12. प्राणायाम का सम्बन्ध है
1. केवल चित्त से
2. केवल शरीर से
3. शरीर और मन दोनों से
4. केवल मन से

13. ऐन्टीजन एक ऐसा रासायनिक पदार्थ है जिसके कारण उत्पादन होता है-
1 पेप्टाइड का
2. हाॅर्मोंन का
3. न्यूरोट्राशमिटर का
4. ऐन्टिबाॅडी का

14. हठरत्नावली के अनुसार वस्त्र - धौति की लंबाई है
1. 20 हस्त
2. 15 हस्त
3. 16 हस्त
4. 22 हस्त

15. साइनोएट्रियल (एस..) नोड स्थित होता है-
1. बायें अलिन्द में
2. बायें निलय में
3. दाहिने अलिन्द में
4. दाहिने निलय में

16.  आयुर्वेद के अनुसार, पित्त दोष के असंतुलन से कितने नानात्मज विकार होते हैं ?
1. 40    2. 60   3. 80   4. 20

17. एन्जाइना पेक्टोरिस रोग में वक्ष प्रदेश में दर्द होता है, जो संबंधित है-
1. वक्ष प्रदेश में पेशी-जनित दर्द से
2. कॉरोनरी रक्त प्रवाह के आधिक्य से
3. पसलियों में दर्द से
4. कॉरोनरी रक्त प्रवाह की कमी से

18. सिद्धसिद्धान्तपद्धति के अनुसार, सर्वेन्द्रियजय तथा आहार-निद्राजय किसके द्वारा होता है ?
1. नियम से
2. यम से
3. धारणा से
4. प्रत्याहार से

19. शिव संहिता में, चित्रा नाड़ी सहित मुख्य नाड़ियों की संख्या कितनी बताई गई है ?
1. 14    2. 11   3. 15    4. 4

20. योग कक्षा में छात्रों के एक बड़े समूह के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था में सम्मिलित किया जाना चाहिए-
1. छात्रों का वृत्ताकार रूप में बैठना
2. दो पंक्तियों में बिना अंतराल के और शिक्षक हेतु डायस के बिना
3. छात्रों का यू-आकृति में बैठना
4. दो पंक्तियों में बिना अंतराल के और शिक्षक हेतु डायस के साथ

21. एपिडेमिओलॉजी के त्रिकोण में क्या सम्मिलित नहीं है?
1. रिस्क कारक  
2. पर्यावरणीय कारक
3. होस्ट कारक
4. एजेन्ट कारक

 22. गाउटी आर्थ्राइटिस का कारण है-
1. सीरम यूरिक ऐसिड का चढ़ना
2. सीरम क्रिएटिनिन का बढ़ना
3. ब्लड यूरिया का बढ़ना
4. रूह्यूमैटिक फैक्टर

23. निम्मलिखित में से कौन-सा एक योग के अध्यापन की निर्देशात्मक विधि से संबंधित नहीं है?
1. व्याख्यान
2. प्रदर्शन
3. अभ्यास
4. समूह चर्चा

24. हठप्रदीपिकानुसार नादानुसंधान के अंतिम चरण में प्रकट होने वाले नाद निम्नलिखित में से कौन-से हैं ?
1. झरना, घंटा आदि
2. वीणा, भ्रमरगुंजन आदि
3. ढोल, शंख आदि
4. मेघगर्जन, समुद्रगर्जन आदि

25.  हठप्रदीपिकानुसार पवन-प्रकुपित होने पर कौन-से रोग होते हैं ?
(i) नेत्र रोग
(ii) कासरोग
(iii) श्वासरोग
(iv) अजीर्ण रोग
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए :
कूट :
1. (i) और (iv) सही हैं।
2. (i) और (ii) सही हैं |
3. (ii) और (iii) सही हैं
4. (iii) और (iv) सही हैं  

 

Answer- 1- (3), 2- (1), 3- (4), 4- (3), 5- (1), 6- (3), 7- (3), 8- (2), 9- (2), 10- (2), 11- (1), 12- (3), 13- (4), 14- (1), 15- (3), 16- (1), 17- (4), 18- (2), 19- (3), 20- (4), 21- (1), 22- (1), 23- (4), 24- (2), 25- (3)


Download pdf File


More Yoga MCQ with Answers for Practice of UGC NET JRF

 

Comments

Popular posts from this blog

सिद्ध-सिद्धांत-पद्धति सामान्य परिचय

प्रथम उपदेश- पिण्ड उत्पति विचार सिद्ध-सिद्धांत-पद्धति अध्याय - 2 (पिण्ड विचार) सिद्ध-सिद्धांत-पद्धति के अनुसार नौ चक्रो के नाम 1. ब्रहमचक्र - मूलाधार मे स्थित है, कामनाओं की पूर्ति होती हैं। 2. स्वाधिष्ठान चक्र - इससे हम चीजो को आकर्षित कर सकते है। 3. नाभी चक्र - सिद्धि की प्राप्ति होती है। 4. अनाहत चक्र - हृदय में स्थित होता है। 5. कण्ठचक्र - विशुद्धि-संकल्प पूर्ति, आवाज मधुर होती है। 6. तालुचक्र -  घटिका में, जिह्वा के मूल भाग में,  लय सिद्धि प्राप्त होती है। 7. भ्रुचक्र -     आज्ञा चक्र - वाणी की सिद्धि प्राप्त होती है। 8. निर्वाणचक्र - ब्रहमरन्ध्र, सहस्त्रार चक्र, मोक्ष प्राप्ति 9. आकाश चक्र - सहस्त्रारचक्र के ऊपर,  भय- द्वेष की समाप्ति होती है। सिद्ध-सिद्धांत-पद्धति के अनुसार सोहल आधार (1) पादांगुष्ठ (2) मूलाधार (3) गुदाद्वार (4) मेद् आधार (5) उड्डियान आधार (6) नाभी आधार (7) हृदयाधार (8) कण्ठाधार (9) घटिकाधार (10) तालु आधार (11) जिह्वा आधार सिद्ध-सिद्धांत-पद्धति के अनुसार तीन लक्ष्य (Aim) 1. अन्तर लक्ष्य (Internal) - मेद्‌ - लिंग से उपर  एवं न...

Yoga MCQ Questions Answers in Hindi

 Yoga multiple choice questions in Hindi for UGC NET JRF Yoga, QCI Yoga, YCB Exam नोट :- इस प्रश्नपत्र में (25) बहुसंकल्पीय प्रश्न है। प्रत्येक प्रश्न के दो (2) अंक है। सभी प्रश्न अनिवार्य ।   1. किस उपनिषद्‌ में ओंकार के चार चरणों का उल्लेख किया गया है? (1) प्रश्नोपनिषद्‌         (2) मुण्डकोपनिषद्‌ (3) माण्डूक्योपनिषद्‌  (4) कठोपनिषद्‌ 2 योग वासिष्ठ में निम्नलिखित में से किस पर बल दिया गया है? (1) ज्ञान योग  (2) मंत्र योग  (3) राजयोग  (4) भक्ति योग 3. पुरुष और प्रकृति निम्नलिखित में से किस दर्शन की दो मुख्य अवधारणाएं हैं ? (1) वेदांत           (2) सांख्य (3) पूर्व मीमांसा (4) वैशेषिक 4. निम्नांकित में से कौन-सी नाड़ी दस मुख्य नाडियों में शामिल नहीं है? (1) अलम्बुषा  (2) कुहू  (3) कूर्म  (4) शंखिनी 5. योगवासिष्ठानुसार निम्नलिखित में से क्या ज्ञानभूमिका के अन्तर्गत नहीं आता है? (1) शुभेच्छा (2) विचारणा (3) सद्भावना (4) तनुमानसा 6. प्रश्नो...

आसन का अर्थ एवं परिभाषायें, आसनो के उद्देश्य

आसन का अर्थ आसन शब्द के अनेक अर्थ है जैसे  बैठने का ढंग, शरीर के अंगों की एक विशेष स्थिति, ठहर जाना, शत्रु के विरुद्ध किसी स्थान पर डटे रहना, हाथी के शरीर का अगला भाग, घोड़े का कन्धा, आसन अर्थात जिसके ऊपर बैठा जाता है। संस्कृत व्याकरंण के अनुसार आसन शब्द अस धातु से बना है जिसके दो अर्थ होते है। 1. बैठने का स्थान : जैसे दरी, मृग छाल, कालीन, चादर  2. शारीरिक स्थिति : अर्थात शरीर के अंगों की स्थिति  आसन की परिभाषा हम जिस स्थिति में रहते है वह आसन उसी नाम से जाना जाता है। जैसे मुर्गे की स्थिति को कुक्कुटासन, मयूर की स्थिति को मयूरासन। आसनों को विभिन्न ग्रन्थों में अलग अलग तरीके से परिभाषित किया है। महर्षि पतंजलि के अनुसार आसन की परिभाषा-   महर्षि पतंजलि ने योगसूत्र के साधन पाद में आसन को परिभाषित करते हुए कहा है। 'स्थिरसुखमासनम्' योगसूत्र 2/46  अर्थात स्थिरता पूर्वक रहकर जिसमें सुख की अनुभूति हो वह आसन है। उक्त परिभाषा का अगर विवेचन करे तो हम कह सकते है शरीर को बिना हिलाए, डुलाए अथवा चित्त में किसी प्रकार का उद्वेग हुए बिना चिरकाल तक निश्चल होकर एक ही स्थिति में सु...

चित्त | चित्तभूमि | चित्तवृत्ति

 चित्त  चित्त शब्द की व्युत्पत्ति 'चिति संज्ञाने' धातु से हुई है। ज्ञान की अनुभूति के साधन को चित्त कहा जाता है। जीवात्मा को सुख दुःख के भोग हेतु यह शरीर प्राप्त हुआ है। मनुष्य द्वारा जो भी अच्छा या बुरा कर्म किया जाता है, या सुख दुःख का भोग किया जाता है, वह इस शरीर के माध्यम से ही सम्भव है। कहा भी गया  है 'शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्' अर्थात प्रत्येक कार्य को करने का साधन यह शरीर ही है। इस शरीर में कर्म करने के लिये दो प्रकार के साधन हैं, जिन्हें बाह्यकरण व अन्तःकरण के नाम से जाना जाता है। बाह्यकरण के अन्तर्गत हमारी 5 ज्ञानेन्द्रियां एवं 5 कर्मेन्द्रियां आती हैं। जिनका व्यापार बाहर की ओर अर्थात संसार की ओर होता है। बाह्य विषयों के साथ इन्द्रियों के सम्पर्क से अन्तर स्थित आत्मा को जिन साधनों से ज्ञान - अज्ञान या सुख - दुःख की अनुभूति होती है, उन साधनों को अन्तःकरण के नाम से जाना जाता है। यही अन्तःकरण चित्त के अर्थ में लिया जाता है। योग दर्शन में मन, बुद्धि, अहंकार इन तीनों के सम्मिलित रूप को चित्त के नाम से प्रदर्शित किया गया है। परन्तु वेदान्त दर्शन अन्तःकरण चतुष्टय की...

चित्त विक्षेप | योगान्तराय

चित्त विक्षेपों को ही योगान्तराय ' कहते है जो चित्त को विक्षिप्त करके उसकी एकाग्रता को नष्ट कर देते हैं उन्हें योगान्तराय अथवा योग के विध्न कहा जाता।  'योगस्य अन्तः मध्ये आयान्ति ते अन्तरायाः'।  ये योग के मध्य में आते हैं इसलिये इन्हें योगान्तराय कहा जाता है। विघ्नों से व्यथित होकर योग साधक साधना को बीच में ही छोड़कर चल देते हैं। विध्न आयें ही नहीं अथवा यदि आ जायें तो उनको सहने की शक्ति चित्त में आ जाये, ऐसी दया ईश्वर ही कर सकता है। यह तो सम्भव नहीं कि विध्न न आयें। “श्रेयांसि बहुविध्नानि' शुभकार्यों में विध्न आया ही करते हैं। उनसे टकराने का साहस योगसाधक में होना चाहिए। ईश्वर की अनुकम्पा से यह सम्भव होता है।  व्याधिस्त्यानसंशयप्रमादालस्याविरतिभ्रान्तिदर्शनालब्धभूमिकत्वानवस्थितत्वानि चित्तविक्षेपास्तेऽन्तरायाः (योगसूत्र - 1/30) योगसूत्र के अनुसार चित्त विक्षेपों  या अन्तरायों की संख्या नौ हैं- व्याधि, स्त्यान, संशय, प्रमाद, आलस्य, अविरति, भ्रान्तिदर्शन, अलब्धभूमिकत्व और अनवस्थितत्व। उक्त नौ अन्तराय ही चित्त को विक्षिप्त करते हैं। अतः ये योगविरोधी हैं इन्हें योग के मल...

कठोपनिषद

कठोपनिषद (Kathopanishad) - यह उपनिषद कृष्ण यजुर्वेद की कठ शाखा के अन्तर्गत आता है। इसमें दो अध्याय हैं जिनमें 3-3 वल्लियाँ हैं। पद्यात्मक भाषा शैली में है। मुख्य विषय- योग की परिभाषा, नचिकेता - यम के बीच संवाद, आत्मा की प्रकृति, आत्मा का बोध, कठोपनिषद में योग की परिभाषा :- प्राण, मन व इन्दियों का एक हो जाना, एकाग्रावस्था को प्राप्त कर लेना, बाह्य विषयों से विमुख होकर इन्द्रियों का मन में और मन का आत्मा मे लग जाना, प्राण का निश्चल हो जाना योग है। इन्द्रियों की स्थिर धारणा अवस्था ही योग है। इन्द्रियों की चंचलता को समाप्त कर उन्हें स्थिर करना ही योग है। कठोपनिषद में कहा गया है। “स्थिराम इन्द्रिय धारणाम्‌” .  नचिकेता-यम के बीच संवाद (कहानी) - नचिकेता पुत्र वाजश्रवा एक बार वाजश्रवा किसी को गाय दान दे रहे थे, वो गाय बिना दूध वाली थी, तब नचिकेता ( वाजश्रवा के पुत्र ) ने टोका कि दान में तो अपनी प्रिय वस्तु देते हैं आप ये बिना दूध देने वाली गाय क्यो दान में दे रहे है। वाद विवाद में नचिकेता ने कहा आप मुझे किसे दान में देगे, तब पिता वाजश्रवा को गुस्सा आया और उसने नचिकेता को कहा कि तुम ...

हठयोग प्रदीपिका में वर्णित प्राणायाम

हठयोग प्रदीपिका में प्राणायाम को कुम्भक कहा है, स्वामी स्वात्माराम जी ने प्राणायामों का वर्णन करते हुए कहा है - सूर्यभेदनमुज्जायी सीत्कारी शीतल्री तथा।  भस्त्रिका भ्रामरी मूर्च्छा प्लाविनीत्यष्टकुंम्भका:।। (हठयोगप्रदीपिका- 2/44) अर्थात् - सूर्यभेदन, उज्जायी, सीत्कारी, शीतली, भस्त्रिका, भ्रामरी, मूर्छा और प्लाविनी में आठ प्रकार के कुम्भक (प्राणायाम) है। इनका वर्णन ऩिम्न प्रकार है 1. सूर्यभेदी प्राणायाम - हठयोग प्रदीपिका में सूर्यभेदन या सूर्यभेदी प्राणायाम का वर्णन इस प्रकार किया गया है - आसने सुखदे योगी बदध्वा चैवासनं ततः।  दक्षनाड्या समाकृष्य बहिस्थं पवन शनै:।।  आकेशादानखाग्राच्च निरोधावधि क्रुंभयेत। ततः शनैः सव्य नाड्या रेचयेत् पवन शनै:।। (ह.प्र. 2/48/49) अर्थात- पवित्र और समतल स्थान में उपयुक्त आसन बिछाकर उसके ऊपर पद्मासन, स्वस्तिकासन आदि किसी आसन में सुखपूर्वक मेरुदण्ड, गर्दन और सिर को सीधा रखते हुए बैठेै। फिर दाहिने नासारन्ध्र अर्थात पिंगला नाडी से शनैः शनैः पूरक करें। आभ्यन्तर कुम्भक करें। कुम्भक के समय मूलबन्ध व जालन्धरबन्ध लगा कर रखें।  यथा शक्ति कुम्भक के प...

हठयोग का अर्थ , परिभाषा, उद्देश्य

  हठयोग का अर्थ भारतीय चिन्तन में योग मोक्ष प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण साधन रहा है, योग की विविध परम्पराओं (ज्ञानयोग, कर्मयोग, भक्तियोग, हठयोग) इत्यादि का अन्तिम लक्ष्य भी मोक्ष (समाधि) की प्राप्ति ही है। हठयोग के साधनों के माध्यम से वर्तमान में व्यक्ति स्वास्थ्य लाभ तो करता ही है पर इसके आध्यात्मिक लाभ भी निश्चित रूप से व्यक्ति को मिलते है।  हठयोग- नाम से यह प्रतीत होता है कि यह क्रिया हठ- पूर्वक की जाने वाली है। परन्तु ऐसा नही है अगर हठयोग की क्रिया एक उचित मार्गदर्शन में की जाये तो साधक सहजतापूर्वक इसे कर सकता है। इसके विपरित अगर व्यक्ति बिना मार्गदर्शन के करता है तो इस साधना के विपरित परिणाम भी दिखते है। वास्तव में यह सच है कि हठयोग की क्रियाये कठिन कही जा सकती है जिसके लिए निरन्तरता और दृठता आवश्यक है प्रारम्भ में साधक हठयोग की क्रिया के अभ्यास को देखकर जल्दी करने को तैयार नहीं होता इसलिए एक सहनशील, परिश्रमी और तपस्वी व्यक्ति ही इस साधना को कर सकता है।  संस्कृत शब्दार्थ कौस्तुभ में हठयोग शब्द को दो अक्षरों में विभाजित किया है।  1. ह -अर्थात हकार  2. ठ -अर्थ...

बंध एवं मुद्रा का अर्थ , परिभाषा, उद्देश्य

  मुद्रा का अर्थ एवं परिभाषा  'मोदन्ते हृष्यन्ति यया सा मुद्रा यन्त्रिता सुवर्णादि धातुमया वा'   अर्थात्‌ जिसके द्वारा सभी व्यक्ति प्रसन्‍न होते हैं वह मुद्रा है जैसे सुवर्णादि बहुमूल्य धातुएं प्राप्त करके व्यक्ति प्रसन्‍नता का अनुभव अवश्य करता है।  'मुद हर्ष' धातु में “रक्‌ प्रत्यय लगाकर मुद्रा शब्दं॑ की निष्पत्ति होती है जिसका अर्थ प्रसन्‍नता देने वाली स्थिति है। धन या रुपये के अर्थ में “मुद्रा' शब्द का प्रयोग भी इसी आशय से किया गया है। कोष में मुद्रा' शब्द के अनेक अर्थ मिलते हैं। जैसे मोहर, छाप, अंगूठी, चिन्ह, पदक, रुपया, रहस्य, अंगों की विशिष्ट स्थिति (हाथ या मुख की मुद्रा)] नृत्य की मुद्रा (स्थिति) आदि।  यौगिक सन्दर्भ में मुद्रा शब्द को 'रहस्य' तथा “अंगों की विशिष्ट स्थिति' के अर्थ में लिया जा सकता है। कुण्डलिनी शक्ति को जागृत करने के लिए जिस विधि का प्रयोग किया जाता है, वह रहस्यमयी ही है। व गोपनीय होने के कारण सार्वजनिक नहीं की जाने वाली विधि है। अतः रहस्य अर्थ उचित है। आसन व प्राणायाम के साथ बंधों का प्रयोग करके विशिष्ट स्थिति में बैठकर 'म...

योग आसनों का वर्गीकरण एवं योग आसनों के सिद्धान्त

योग आसनों का वर्गीकरण (Classification of Yogaasanas) आसनों की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए इन्हें तीन भागों में विभक्त किया जा सकता है (1) ध्यानात्मक आसन- ये वें आसन है जिनमें बैठकर पूजा पाठ, ध्यान आदि आध्यात्मिक क्रियायें की जाती है। इन आसनों में पद्मासन, सिद्धासन, स्वस्तिकासन, सुखासन, वज्रासन आदि प्रमुख है। (2) व्यायामात्मक आसन- ये वे आसन हैं जिनके अभ्यास से शरीर का व्यायाम तथा संवर्धन होता है। इसीलिए इनको शरीर संवर्धनात्मक आसन भी कहा जाता है। शारीरिक स्वास्थ्य के संरक्षण तथा रोगों की चिकित्सा में भी इन आसनों का महत्व है। इन आसनों में सूर्य नमस्कार, ताडासन,  हस्तोत्तानासन, त्रिकोणासन, कटिचक्रासन आदि प्रमुख है। (3) विश्रामात्मक आसन- शारीरिक व मानसिक थकान को दूर करने के लिए जिन आसनों का अभ्यास किया जाता है, उन्हें विश्रामात्मक आसन कहा जाता है। इन आसनों के अन्तर्गत शवासन, मकरासन, शशांकासन, बालासन आदि प्रमुख है। इनके अभ्यास से शारीरिक थकान दूर होकर साधक को नवीन स्फूर्ति प्राप्त होती है। व्यायामात्मक आसनों के द्वारा थकान उत्पन्न होने पर विश्रामात्मक आसनों का अभ्यास थकान को दूर करके त...